
सिंदरी (DHANBAD) : बीआईटी सिंदरी के इनोवेशन काउंसिल (IIC 7.0) और एंटरप्रेन्योरशिप सेल द्वारा एक हाइब्रिड सत्र “भारतीय फिल्म उद्योग में उद्यमिता: एक दूरदर्शी की यात्रा” विषय पर आयोजित किया गया। यह सत्र सी-51 हॉल में ऑफलाइन और ज़ूम प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्माता, निर्देशक और उद्यमी श्री प्रकाश झा रहे। उन्होंने छात्रों को स्टार्टअप की मूल बातें, बिजनेस रणनीतियाँ और नवाचार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं, विशेष रूप से मनोरंजन उद्योग के संदर्भ में।
रोमांचक शुरुआत और प्रेरणादायक संवाद
कार्यक्रम की शुरुआत एंटरप्रेन्योरशिप क्लास मैनेजमेंट टीम के परिचय से हुई, जिसके बाद एक विचारोत्तेजक सत्र की नींव रखी गई। बीआईटी सिंदरी के निदेशक डॉ. पंकज राय ने उद्घाटन भाषण दिया और ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों ही माध्यम से जुड़े प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने भविष्य के नवोन्मेषकों और उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उद्यमिता का योगदान नए नेताओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसके बाद, IIC 7.0 के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश कुमार ने स्वागत भाषण दिया, जिसमें उन्होंने अपने बचपन में रांची में हुई एक फिल्म की शूटिंग की यादें साझा कीं। उन्होंने दिसंबर 2019 में IIC की स्थापना का जिक्र करते हुए, बीआईटी सिंदरी में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका को रेखांकित किया।
प्रकाश झा से सीखें उद्यमिता के पाठ
इस सत्र की मुख्य आकर्षण श्री प्रकाश झा का प्रेरणादायक वक्तव्य रहा। उन्होंने अपने फिल्मी सफर और उद्यमिता के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने निरंतर सीखने, धैर्य और चुनौतियों का सामना करने की महत्ता पर जोर देते हुए कहा:
“हर दिन मेरे लिए एक नया अवसर होता है कुछ नया सीखने का।”
समय प्रबंधन और नेतृत्व पर अपनी सलाह देते हुए उन्होंने कहा:
“समय प्रबंधन का सबसे अच्छा तरीका है – समय का सही विभाजन करें, प्रक्रिया का आनंद लें और अपनी टीम पर विश्वास करें।”
छात्रों को प्रेरित करते हुए उन्होंने अपने विचार को इन शब्दों में संक्षेपित किया:
“आनंद आना चाहिए ज़िंदगी में।”
इंटरेक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र: छात्रों और संकाय सदस्यों की सहभागिता
सत्र के अंत में एक संवादात्मक प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही माध्यमों से जुड़े छात्रों और संकाय सदस्यों ने श्री प्रकाश झा से विचार-विमर्श किया। छात्रों ने उद्यमिता, नवाचार और फिल्म उद्योग के भविष्य से जुड़े सवाल पूछे, जिनका उत्तर देते हुए उन्होंने नेतृत्व, जोखिम लेने और रचनात्मक व्यावसायिक रणनीतियों की महत्वपूर्ण सीख दी।
संकाय सदस्यों और आयोजन दल का समन्वय
इस सफल आयोजन के पीछे संस्थान के समर्पित संकाय सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
ऑफ़लाइन सत्र के संचालन में निम्नलिखित संकाय सदस्यों की प्रमुख भूमिका रही:
• डॉ. राहुल कुमार
• डॉ. काशिफ हसन काज़मी
• प्रो. संजय पाल
• डॉ. ओम प्रकाश
वहीं, ऑनलाइन सत्र का प्रबंधन किया गया:
• डॉ. एस.सी. दत्ता
• प्रो. अरविंद कुमार
पूरे कार्यक्रम का समन्वय प्रो. प्रकाश कुमार (अध्यक्ष, IIC 7.0) द्वारा किया गया, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि यह सत्र सभी के लिए एक प्रेरणादायक और सार्थक अनुभव बने।
प्रख्यात विशेषज्ञों द्वारा सत्र का संचालन
इस आयोजन का संचालन एंटरप्रेन्योरशिप के एडजंक्ट प्रोफेसर श्री रमेश यादव और सह-होस्ट श्री सुरेश रॉय द्वारा किया गया। उन्होंने अपनी गहन विशेषज्ञता के साथ चर्चा को दिशा दी और छात्रों के लिए इसे बेहद लाभकारी बनाया।
निष्कर्ष: रचनात्मकता और प्रौद्योगिकी का संगम
यह सत्र तकनीक, व्यवसाय और रचनात्मक उद्योगों के बीच के गहरे संबंध को प्रदर्शित करता है। इसने छात्रों को पारंपरिक क्षेत्रों से परे उद्यमिता की संभावनाओं का पता लगाने के लिए प्रेरित किया। हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित इस सत्र ने अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की, जिससे यह बीआईटी सिंदरी में नवाचार और सीखने के माहौल को और समृद्ध करने में सहायक सिद्ध हुआ।
इस सत्र में झारखंड भर से 600 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जिससे इसकी व्यापक सफलता प्रमाणित हुई।
FNB24 फास्ट न्यूज भारत के लिए ब्यूरो रिपोर्ट
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